पाठ 10 'भक्तिन महादेवी वर्मा 12th हिंदी (आरोह भाग 2 गद्य खंड) || पाठ का सारांश एवं संपूर्ण अभ्यास (प्रश्न उत्तर)
छोटे कद और दुबले शरीरवाली भक्तिन अपने पतले ओठों के कोनों में दृढ़ संकल्प और छोटी आँखों में एक विचित्र समझदारी लेकर जिस दिन पहले-पहले मेरे पास आ उपस्थित हुई थी तब से आज तक एक युग का समय बीत चुका है।
जीवन के दूसरे परिच्छेद में भी सुख की अपेक्षा दुख ही अधिक ह...